संडास जीवन में इतना महत्वपूर्ण है।

(फ़िल्मची)




आप अगर अपनी जीवन का कुछ हिस्सा किसी गाँव में बिताया है तो यह ट्रेलर ज़रूर ही दिल का हिस्सा के छूएगी। जिस दिन यह ट्रेलर आया उसी दिन मैं एक ट्रेन से सुबह 4:35 से सफ़र की शुरआत की थी। सीट भी खिड़की से झांकने को मजबूर किया। कुछ दे बाद जो दृश्य आँखों से गुजरे वो 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' का ट्रेलर देख कर वापस जाग गए। पूरे रास्ते में जब महिलाएं दिखी तो वो खड़ी थी और पुरुष सिर नीचे कर पेट साफ करने में व्यस्त थे। हद्द तो तब थी जब लखनऊ के रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म के बिलकुल नजदीक ही एक दादा जी सिर झुकाए बैठे थे। उनकी सार्वजनिकता को मैंने निजता मानकर कैमरे का इस्तेमाल  नहीं किया। सबसे ज़्यादा दिक्कत गर्मियों में ही होता है क्योंकि इस वक्त खेत खाली होते हैं। 

      बस इन्ही मुद्दों को लेकर जो दमदार फ़िल्म बना रहे हैं श्री नारायण सिंह का कमाल ट्रेलर में नज़र आ रहा है। वहीं फ़िल्म में लीड एक्ट्रेस के दम लगा का हैइस की भूमि नजर आएंगी। जो पतली हो गई हैं और डायरेक्टर भी उसी फ़िल्म के हैं। ट्रेलर के दो डॉयलाग दिल को और समाज दोनों को छूते हैं। पहला भूमि का महिलाओं की वकालत करते हुए ये कहना कि 'मर्द तो घर के पीछे बैठ जाते हैं पर हम तो औरतें है हमें ज़्यादा मेहनत करना पड़ेगा' । और वहीं अक्की का ये डॉयलाग 'आशिको ने आशिकी के लिए ताजमहल बना दिया ,साल हम एक संडास नहीं बना सके.'
ट्रेलर का पहला सीन आपको कभी सड़क के किनारे मूत्रत्याग वाली स्मृतियों को ताजा करा देंगी। 
फ़िल्म में अक्षय और भूमि के अलावा  अनुपम खेर और वेब सिरीज़ ट्रिपलिंग के फेम अमोल पराशर भी नज़र आएंगे। यह ट्रेलर अब तक you tube पर 13 मिलियन से ज़्यादा बार देखा जा चुका है। इसकी तारीफ मोदी जी भी कर चुके हैं। वैसे फ़िल्म स्वच्छ भारत अभियान से भी जुड़ी हुई हैं।


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