अब अमेरिका जाना है तो माई बाप को पैदा करिए।
( विदेशी बक बक )
किसका मन नहीं होता कि वो एक बार दुनिया के सबसे विकसित देशों में से एक, अमेरिका जाए। लेकिन जबसे ट्रम्प सरकार अमेरिका में आई है, तब से कुछ-ना-कुछ नया तो सुनने को मिलता ही रहता है और अब ट्रम्प को थोड़ी चैन की सांस मिली है, आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने आंशिक तौर पर छह मुस्लिम देशों के अमेरिका आने पर प्रतिबन्ध के ट्रम्प के आदेश पर मंजूरी दे दी गई है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ।
हालांकि इस बारे में पूरी बात और अंतिम फैसला अक्टूबर में किया जाएगा, लेकिन तब तक के लिए ये शर्तें लागू रहेंगी।
इन छह मुस्लिम देशों में सीरिया, सूडान, सोमालिया, लीबिया, इरान और यमन शामिल हैं। अब क्या हैं वे नई शर्तें, जिनके बिना इन देशों के लोगों को अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी?
तो ट्रम्प के नए दिशानिर्देश के मुताबिक़, इन छह देशों के नए वीजा आवेदकों का कोई करीबी रिश्तेदार, जिसमे, माता-पिता, पति या पत्नी, बच्चे, वयस्क बेटा या बेटी, दामाद, पुत्रवधू, भाई-बहन, सौतेले रिश्तेदार या सौतेले भाई-बहन, आते हैं। इनलोगों में से किसी का पहले से ही अमेरिका में रहना अनिवार्य है। लेकिन इन रिश्तेदारों में ग्रैंडपेरेंट्स, ग्रैंड चिल्ड्रेन, आंटी, अंकल, भतीजा-भतीजी, चचेरे भाई-बहन, साला-साली, मंगेतर और दुसरे फैमिली मेम्बर्स को उन करीबी रिश्तेदारों में शामिल नहीं किया गया है।
इसके अलावा दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी संस्था से कोई भी ताल्लुक "औपचारिक होना चाहिए, कागजों पर दर्ज होना, तथा सामान्य प्रक्रियाओं के तहत बना होना चाहिए, एक्जीक्यूटिव ऑर्डर से बचने के लिए नहीं.."
डोनाल्ड ट्रम्प ने तो राष्ट्रपति बनने के कुछ दिन बाद ही इन छह मुस्लिम देशों के आने पर रोक लगा दी थी लेकिन वहां की निचली अदालतें, ट्रम्प के इस फैसले से सहमत नही थी और इसे भेदभावपूर्ण बताते हुए, मना कर दिया था। लेकिन अब तो ट्रम्प का साथ सुप्रीम कोर्ट ने दे दिया है, तो इस बात को लेकर खुश तो बहुत होंगे अमेरिका के राष्ट्रपति..कुछ शर्तों के साथ ही सही।।
--प्रियंका सिंह
अगर हमारी ख़बर पसंद आई तो हमारा पेज लाइक कीजिए ,👍👍👍
अगर हमारी ख़बर पसंद आई तो हमारा पेज लाइक कीजिए ,👍👍👍
Comments
Post a Comment