तरस आएगा इन बच्चों को देखकर ...उफ्फ!!!!

(वायरल)



जिस तरह "जुर्म" का "उम्र" से कोई लेना देना नहीं होता ,ठीक उसी तरह "जुर्म" का "तरीके" से भी कोई वास्ता नहीं। खून अगर चाकू से हो या एके 47 से ,बच्चे का हो या बुड्ढे का ... गुनाह ,गुनाह ही होता है!इसपर कोई सफाई नहीं दी जा सकती ।यह बात उजागृत इसलिए कि जा रही है ,क्योंकि ऐसा ही कुछ हुआ है इलाहाबाद के "शेल्टर होम" में !!

इलाहाबाद(यूपी) के एक शेल्टर होम के वीडियो ने इंटरनेट पर सनसनी मचा कर रखी है। सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या है इस वीडियो में ?तो बता दें कि ,इस वीडियो में तीन बच्चों के हाथ-पैर बंधे हुए हैं। तीनों बच्चे ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रहे हैं। साथ ही ,पीछे से कुछ लोगों के भी बोलने की आवाज़ आ रही है। एक व्यक्ति उनमें से एक बच्चे को सर उठाने के लिए कहता है ।तीनों बच्चों की दशा काफी बुरी लग रही है ।

वीडियो 25 मई का बताया जा रहा है ।यह वीडियो आते के साथ ही सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल होने लगा। और बच्चों के साथ ऐसी अमानवीयता पर सवाल दागें !!
                                           

                               
यह पता चलने के बाद की यह वीडियो इलाहाबाद के एक गांव फाफामऊ स्थित एक शेल्टर होम का है। प्रसाशन ने इस वीडियो पर अपनी सफाई दी है।
एडीएम सिटी पुनीत शुक्ला ने बताया है कि इन बच्चों को शहर के रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में पाया गया था। जहां से इन्हें शेल्टर होम में लाया गया ।लेकिन, इन बच्चों ने यहां रहने से साफ-साफ मना कर दिया। उन्होंने शेल्टर होम के स्टाफ से लड़ाई करने भी कोशिश की।हंगामा बढ़ने पर तीनों बच्चों के हाथ पैर को बांधा गया ,ताकि उन्हें शेल्टर होम में रखा जा सके ।पुनीत ने आगे बताया कि, महज दो मिनट के लिए बच्चों के हाथ पैर को बांधा गया था, ताकि बच्चे अपना विरोध बंद कर दें।और उन्हें शेल्टर होम में रखा जा सके। उनके मुताबिक बच्चे गुरुवार को वहां रुके और शुक्रवार को उन्हें छोड़ दिया गया ।इस वीडियो को आप नीचे दिए गए लिंक पर देख सकते हैं ।
https://m.dbvideos.bhaskar.com/trending/children-beaten-at-shelter-home-50605.html

अब सोचने वाली बात यह है कि आखिर दो मिनट हो या दो दिन या दो साल ... जो गलत है ,वो गलत है! अगर बच्चे रुकने से मना कर रहे थे तो इसमें आश्चर्य की कोई बात ही नहीं है। नई जगह,डर,नए लोग ... कई कारण हैं उनके ऐसे व्यवहार के। और सारे कारण जायज़ है !पर बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार करना बिल्कुल ही नजायज़! क्यूंकि अगर ऐसा होता है कि बच्चे के हाथ पैर बांधने के बाद वे विरोध करना बंद कर देते हैं ,तो इस तरह से तो जब हमारे घर के बच्चे भी किसी बात को विरोध करें तो सभी को उनके हाथ पैर बांध कर,काबू में लाना चाहिए !!!!!

पायल
अगर हमारी ख़बर पसंद आई तो हमारा पेज लाइक कीजिए ,👍👍👍                       

Comments