नवाज़ शरीफ अब तो गए काम से |
( विदेशी बक बक )
चीन और पाकिस्तान के संबंधो में खलबली उत्पन्न हो गई है, ऐसे में सवाल कई है। जैसा की सब अच्छी जानते हैं की पाकिस्तान और चीन के बीच बहुत ही गहरी दोस्ती हुआ करती थी।
अब सवाल यह है की क्या चीन और पाकिस्तान के रास्ते एक दूसरे से अलग हो जायेंगे। क्या चीन अब पहले की तरह पाकिस्तान की मदद करेगी।
बता दें चीन के राष्टपति इस हद तक खफा थे कि उनहोंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ सेअगर हमारी ख़बर पसंद आई तो हमारा पेज लाइक कीजिए , शंघाई सहयोग संगठन के मंच पर हाथ तक मिलाना ज़रूरी नहीं समझा।
अब आपके अंदर कई प्रशन पनप रहें होंगे की आखिर चीन के राष्टपति ने ऐसा क्यों किया? तो बता दें सवाल यूँ ही नहीं उठ रहें है बल्कि उसके पीछे कई ठोस वजह है।
गौरतलब है की चीनी राष्टपति शी चिनफिंग ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को झिड़की देते हुए उनसे अस्ताना में एससीओ सम्मलेन के दौरान रस्मी मुलाकात नहीं की। बात यह है की बलूचिस्तान में दों चीनी नागरिकों की हत्या से दोनों देशों के रिश्तों में खटास साफ़ दिख रहा है। इसका अंदाज़ा कजाकिस्तान की अस्ताना में हो रही एक सम्मेलन के दौरान देखने को मिली।
उस सम्मेलन में आए इतर, रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और अफगानिस्तान के राष्ट्रपतियों से शरीफ ने मुलाकात की वहीँ शी के साथ उनकी मुलाकात नही हुई। चीन की सरकारी मीडिया में कजाक के राष्ट्रपति नुरसुलतान नज़खायेव, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रुसी के राष्ट्रपति पुतिन से शी की मुलाकातों को रेखांकित किया गया , वहीं शरीफ से मुलाकात का कोई जिक्र तक नहीं किया। शी की यह अप्रत्याशित झिड़की पाकिस्तानी प्रांत बलूचिस्तान में हुए दो चीनी नागरिकों के पहले अपहरण और फिर हत्या के मामले के बात सामने आई है।
खबर है की बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में ये चीनी नागरिक एक स्थानीय शिक्षण केंद्र में उर्दू भाषा की पढाई कर रहे थे, अज्ञात बंदूकधारियों ने उन्हें अगवा कर लिया था , फिर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। खुद को इस्लामिक स्टेट(IS) कहने वाले आतंकी संगठन ने इन दोनों चीनी नागरिकों की हत्या करने का दावा भी किया था।
* नवाज़ का सिर झूक गया
बता दें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्पीच देने के दौरान पकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का चेहरा देखने लायक था। उन्होंने अपने स्पीच में बिना पाकिस्तान का नाम लिए साफ़ कर दिया की कुछ देश ऐसे होते है जो आतंकियों की पनाहगाह बने हुए है और इनको जल्द से जल्द खत्म करने की बेहद आवश्यकता है। पीएम मोदी कस स्पीच देने के दौरान एक वक़्त ऐसा भी आया जब नवाज़ शरीफ का सिर झुक गया और वह नज़रे नही उठा पाए।
* नवाज़ ने कुछ खास नहीं कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पीच से बैकफुट पर आए नवाज़ शरीफ अपनी बारी में कुछ खास नहीं कह पाए। नवाज़ ने अपने भाषण के दौरान भारत को एससीओ की सदस्यता मिलने पर बधाई दी और कहा की आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान हमेशा से ही अन्य देशों का साथ देने के समर्थन में रहा है। वैसे एससीओ के मंच पर पाकिस्तान के बदले सुर उनकी मज़बूरी को बयां करने के लिए काफी है। हलाकि यहाँ द्विपक्षीय मामलों को उठाया प्रतिबंधित नहीं होता तो पाकिस्तान यहाँ पर भी कश्मीर राग अलाप नहीं भूलता।
- अलका कुमारी
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चीन और पाकिस्तान के संबंधो में खलबली उत्पन्न हो गई है, ऐसे में सवाल कई है। जैसा की सब अच्छी जानते हैं की पाकिस्तान और चीन के बीच बहुत ही गहरी दोस्ती हुआ करती थी।
अब सवाल यह है की क्या चीन और पाकिस्तान के रास्ते एक दूसरे से अलग हो जायेंगे। क्या चीन अब पहले की तरह पाकिस्तान की मदद करेगी।
बता दें चीन के राष्टपति इस हद तक खफा थे कि उनहोंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ सेअगर हमारी ख़बर पसंद आई तो हमारा पेज लाइक कीजिए , शंघाई सहयोग संगठन के मंच पर हाथ तक मिलाना ज़रूरी नहीं समझा।
अब आपके अंदर कई प्रशन पनप रहें होंगे की आखिर चीन के राष्टपति ने ऐसा क्यों किया? तो बता दें सवाल यूँ ही नहीं उठ रहें है बल्कि उसके पीछे कई ठोस वजह है।
गौरतलब है की चीनी राष्टपति शी चिनफिंग ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को झिड़की देते हुए उनसे अस्ताना में एससीओ सम्मलेन के दौरान रस्मी मुलाकात नहीं की। बात यह है की बलूचिस्तान में दों चीनी नागरिकों की हत्या से दोनों देशों के रिश्तों में खटास साफ़ दिख रहा है। इसका अंदाज़ा कजाकिस्तान की अस्ताना में हो रही एक सम्मेलन के दौरान देखने को मिली।
उस सम्मेलन में आए इतर, रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और अफगानिस्तान के राष्ट्रपतियों से शरीफ ने मुलाकात की वहीँ शी के साथ उनकी मुलाकात नही हुई। चीन की सरकारी मीडिया में कजाक के राष्ट्रपति नुरसुलतान नज़खायेव, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रुसी के राष्ट्रपति पुतिन से शी की मुलाकातों को रेखांकित किया गया , वहीं शरीफ से मुलाकात का कोई जिक्र तक नहीं किया। शी की यह अप्रत्याशित झिड़की पाकिस्तानी प्रांत बलूचिस्तान में हुए दो चीनी नागरिकों के पहले अपहरण और फिर हत्या के मामले के बात सामने आई है।
खबर है की बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में ये चीनी नागरिक एक स्थानीय शिक्षण केंद्र में उर्दू भाषा की पढाई कर रहे थे, अज्ञात बंदूकधारियों ने उन्हें अगवा कर लिया था , फिर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। खुद को इस्लामिक स्टेट(IS) कहने वाले आतंकी संगठन ने इन दोनों चीनी नागरिकों की हत्या करने का दावा भी किया था।
* नवाज़ का सिर झूक गया
बता दें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्पीच देने के दौरान पकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का चेहरा देखने लायक था। उन्होंने अपने स्पीच में बिना पाकिस्तान का नाम लिए साफ़ कर दिया की कुछ देश ऐसे होते है जो आतंकियों की पनाहगाह बने हुए है और इनको जल्द से जल्द खत्म करने की बेहद आवश्यकता है। पीएम मोदी कस स्पीच देने के दौरान एक वक़्त ऐसा भी आया जब नवाज़ शरीफ का सिर झुक गया और वह नज़रे नही उठा पाए।
* नवाज़ ने कुछ खास नहीं कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्पीच से बैकफुट पर आए नवाज़ शरीफ अपनी बारी में कुछ खास नहीं कह पाए। नवाज़ ने अपने भाषण के दौरान भारत को एससीओ की सदस्यता मिलने पर बधाई दी और कहा की आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान हमेशा से ही अन्य देशों का साथ देने के समर्थन में रहा है। वैसे एससीओ के मंच पर पाकिस्तान के बदले सुर उनकी मज़बूरी को बयां करने के लिए काफी है। हलाकि यहाँ द्विपक्षीय मामलों को उठाया प्रतिबंधित नहीं होता तो पाकिस्तान यहाँ पर भी कश्मीर राग अलाप नहीं भूलता।
- अलका कुमारी
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