पापा को ऐसा तोफा शायद आपने नहीं देखा।
मेरे पापा, मेरे सुपरहीरो...
हर बेटी का पहला प्यार और हर बेटे का रोल मॉडल..उसके पापा ही होते हैं, जो उनके लिए किसी भी परिस्थिति से गुजर जाते हैं। चाहे हम कितने भी बड़े क्यों ना हो जाए, लेकिन हमारे पिता हमेशा पिता ही रहेंगे.."द हेड ऑफ़ फैमिली"। पिता..जो बचपन में कभी हमारे लिए घोडा बन जाया करते तो कभी हाथी, जिनकी उंगली थामकर चलना सिखा, जिनसे ज्ञान पाकर जीना सिखा, जो हमारी हर छोटी से छोटी इच्छा को पूरी करने के लिए दिनभर मेहनत किया करते है..लेकिन उसका एहसास तक हमे नहीं होने देते। अगर आपके साथ आपके पिता हैं, तो आप खुद को बेहद ही खुशकिस्मत समझिये क्यूंकि उनकी जगह इस पूरी दुनिया में कोई और नहीं ले सकता।।
--प्रियंका सिंह
जन्म लेते ही उँगली पकड़ कर जिसने चलना सिखाया मुझे, मेरी हर गलती को मुस्करा कर भुला दिया जिसने, मेरे आसुओं को मुस्कान में बदला जिसने, मेरे बेमतलब के नखरें को उठाया जिसने, मेरे गिरने पर प्यार से जिसने उठाया मुझे, जिन्दगी में निडर हो के हर चट्टान से लड़ना जिसने सिखाया मुझे,खुद दुखी होकर मुझे हसाया जिसने, मेरा आसमान बन जो हर पल मेरे साथ रहा , मेरी छतरी बन मुसिबतों के बारिश में भिगने से जिसनें बचाया मुझे, जो खुद़ा के रूप में मुझे मिला वो हैं मेरे पापा ।
"हैप्पी फादर्स डे"
- रश्मि रानी
पापा सिर्फ एक रिश्ता नहीं बल्कि एक पूरा आसमान होते है अपने बच्चों के लिए । माँ तो ममता लुटाती है बच्चो पर किन्तु पिता के पास तो घर की इतनी जिम्मेदारियां होती है की वो तो अपने दिल की बातो को उजागर करने का समय भी नहीं निकाल पाते । अब मैं आपने पापा के बारे में कुछ बताना चाहूंगी मेरे पापा बचपन से मेरे सुपर हीरो रहे हैं।वो हमेसा मेरी उन मुश्किलों को चुटकी बजाते ही हल कर दिया करते थे जो मेरे लिए असंभव होता था।
-श्वेता पांडेय
चंदा ने पूछा तारों से.... तारों ने पूछा हज़ारो से... सबसे प्यारा कौन है... तो मैं कहूँगी मेरे पापा। हमारे जीवन में पिता का बहुत ही अहम भूमिका है। अगर आप से कोई पूछे की आपके अपने बचपन की कौन सी बातें याद आती है, तो आपको पापा के गुस्से से डरकर माँ के आँचल में छुप जाना। पापा की उंगली पकड़कर उन बाजारों की सैर करना, पापा के साथ बैठकर पढाई करना। आज भी इन यादों से आँखों में आंसू और होठों पे एक मुस्कान आ जाती है।
मेरे लिए मेरे पापा एक अच्छे शिक्षक हैं, जिन्होंने मुझे हर छोटी से छोटी बैटन को सिखाया है। मैं आज जो कुछ भी हूँ अपने पापा की वजह से ही हूं। हमारे बीच कभी कभार नोक- झोक भी होती है और उसी नोक- झोक से कुछ सिखने को मिलता है। हर परिवार में पापा एक अहम इंसान होते हैं क्योंकि वही हमारे लिए सच्चे हीरो होते है। हर कठिनाइयों का सामना बड़े ही सजगता के साथ करते है। हर परिस्तिथियों से लड़ना सिखाते है। उनकी हर डाट में प्यार झलकता है। अपने गम को छुपाकर अपने परिवार को हमेशा खुश रखते है। मेरी हर ख्वाहिशों को पूरा करते है।ऐसे है मेरे पापा।
कुछ लाइने मेरे खास पापा के लिए...
मेरी ज़मीं .. आसमा मेरे पापा,
मैं हूं जहाँ .. हैं वहां मेरे पापा..
मेरे पापा.. मेरे पापा...
तुम सांसों के सांस हो,
शामो शहर मेरे पास हो,
जहां मेरे आंसू ही गिरे,
वहीं मुझे हस के मिले..
मेरे पापा.. मेरे पापा...
-कुमारी अलका
दुनिया की सारी खुशियां बस एक कहने पर कदमों में लाते हैं,
मां से पहले दिल की बात समझ जाते हैं,
यूं ही नहीं छिपाते अपने जज़्बातों को,
यहीं दुनिया का एकलौता रिश्ता,
जो पापा कहलाते हैं,
ऊंगली पकड़ चलना सिखाना जानते हैं,
अपने दुखों को दिल में छुपाना जानते हैं,
हर मोड़ पर खुद लड़कर दुनिया से बचाना जानते हैं,
यहीं प्यार पापा कहलाते हैं,
आंसुओं को दिल में दबाकर खुशियों को बांटना उनकी आदत है,
दर्द में रहकर, दर्द से उबारना उनकी आदत है,
जहां भी रहे पापा बस खुश रहे,
खुदा से सिर्फ मेरी यहीं इबादत है।😌
-विवेक खेळची
पूरी जिम्मेदारी से पापा आपने कर्तव्यों को पूरा करते है। कभी कठोर बनकर तो कभी प्यार से हम बच्चों को जीवन का पाठ पढ़ाते है।माँ हमें बहुत प्यार करती है और माँ का प्यार हमें दीखता है लेकिन पापा का प्यार हमें नहीं दीखता है।जब हमें थोड़ी सी चोट लगे तो माँ को पुकारते है लेकिन जब बड़ी चोट लगे तो बाप रे कहते है क्यों की पापा हर बड़े तकलीफ में हमारे साथ होते है। खुद के सपनो को मार कर पापा हमारे सपनो को उड़ान भरने के लिए निकल जाते है
- शीलू
"माँ 9 महीने बच्चे को पेट में पालती है उसे जन्म देने के लिए,
बाप उसे पूरी ज़िंदगी दिमाग में रखता है उसका सुंदर भविष्य बनाने के लिए।" यह एक कथन कितना सरल ढ़ंग से पिता का अपने संतान के प्रति जिम्मेवारियों को परिभाषित करता है। पिता वह इंसान है जो अपनी चिंता किये बिना हमेशा अपने बच्चों के लिए जीता है। पिता का गंभीर स्वभाव इस दुनिया के कठोरता से लड़ने के लिए हमेशा प्रेरित करता रहा है। उनका प्यार हमेशा यह सीख देता आया कि प्यार दिखावे की चीज़ नहीं, प्यार बिना सहानभूति प्राप्त किए जाना वाला भाव है। प्यार में अपनापन के साथ जिम्मेवारियां निहित है।
पिता के बारे में क्या कहा जा सकता है-पिता की आवाज़ अपना सुकून है और उनकी खामोशी अपना संबल है।
"कहीं कुछ भी नहीं बदला,
तुम्हारे हाथ मेरी उंगलियों में सांस लेते हैं,
मैं लिखने के लिये जब भी कागज कलम उठाता हूं,
तुम्हे बैठा हुआ मैं अपनी कुर्सी में पाता हूं |"
I love you dad 😍
- नागेंद्र
सब जब पापा का नाम लेते हैं उससे पहले माँ को शर्तिया रख लेते हैं। क्योंकि वे शायद इतने भी अपने पापा से नहीं जुड़े हैं।
पापा जो बहुत ही सामान्यतः असामान्य व्यक्ति होते हैं।
पापा तो मेरे पास भी हैं। बस उनसे थोड़ा अलग वाले पापा हैं। मम्मी से कोई भी बात हो या पीटने से बचना हो पापा ही ज़रिया थे। कभी कहीं अकेले जाने नहीं रोका पर निकलते ही फ़ोन बजना चालू हो जाता है। बस एक अच्छे वाले लेकिन न जताने वाले दोस्त हैं। आज ही हमनें शरबत पार्टी की बस हैप्पी फॉदर डे नहीं बोला।
- रजत अभिनय
पापा ! एक युनिवेर्सिटी होते हैं जिसमे सारे विषय की पढ़ाई होती है सयंस के अनुसार हम उनके डीएनए से बने हैं यानि उनके अंश हैं शंक्राचार्य ने कहा हम भगवान के अंश हैं इस पर पिता फिल्म की वो गीत याद आता है "धारती पर जो रब रहता है वो हैं पिता "
पिता शब्द 'पा रक्षणे' धातु से निष्पन्न होता है |
'य : पाति स पिता 'जो रक्षा करता हैं पिता कहलाता हैं
वैसे मेरी पिता से कई असहमतिया रही है उसके बाद भी मेरे पापा मेरे हीरो है मेरी भी उम्र मेरे पापा को लग जाए ये मेरी इच्छा है |
दिवाकर
पापा ! एक युनिवेर्सिटी होते हैं जिसमे सारे विषय की पढ़ाई होती है सयंस के अनुसार हम उनके डीएनए से बने हैं यानि उनके अंश हैं शंक्राचार्य ने कहा हम भगवान के अंश हैं इस पर पिता फिल्म की वो गीत याद आता है "धारती पर जो रब रहता है वो हैं पिता "
पिता शब्द 'पा रक्षणे' धातु से निष्पन्न होता है |
'य : पाति स पिता 'जो रक्षा करता हैं पिता कहलाता हैं
वैसे मेरी पिता से कई असहमतिया रही है उसके बाद भी मेरे पापा मेरे हीरो है मेरी भी उम्र मेरे पापा को लग जाए ये मेरी इच्छा है |
दिवाकर
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