जब मन करे तब लतिया दो , तुम्हारे बाप का राज है।

(दूर दराज़)



देश में गौरक्षा के नाम पर अब बहुत ज्यादा गुंडा गर्दी हो रही है। पता नहीं लोगों को आजकल हो क्या गया है, आखिरकार ये लोग दिखाना क्या चाहते है। आइये आज बात करते है अज़ब देशो की गज़ब कहानी।
इस बार दिल दहला देने वाली खबर महाराष्ट्र के वासिस जिले से आई है। यहां गौरक्षा के नाम पर तीन लोगों को बुरी तरह से मारा पीटा गया है और साथ ही धार्मिक नारे भी लगाये गये है।
  यहां गौरक्षा दल के लोगों ने गौ तस्कर समझकर तीन लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया है। तीनों लोग चिल्लाते रह गए कि वो गौ तस्कर नहीं हैं पर उन गरीब का कौन सुनने वाला था....
आपको बता दें कि जिन लोगों को प्रताड़ित किया गया उनमें एक बुज़ुर्ग को भी अपमानित किया गया है। उस बुज़ुर्ग शक्स को गन्दी गन्दी गालियां भी दी गई।
गौरक्षा का दावा करने वाले इन गुंडों की सरकार और इनकी सोच सब सवालों के घेरे में हैं।
इन मांस व्यापारी और गुंडे जब पुलिस स्टेशन पहुँचे तो, पुलिस ने पिटाई करने वाले इन सातों गुंडों के साथ-साथ मांस व्यापारीयों के खिलाफ भी मामला दर्ज़ किया गया है।
  बताया जा रहा है कि, कोर्ट ने कुछ समय बाद सभी लोगों को जमानत भी दे दी और अब नागपुर लैब में परिक्षण के ही पता चलेगा कि मांस गौ मांस था या फिर भैंस  का, लेकिन उस सच के सामने आने से पहले गौ रक्षा के नाम पर जो गुंडागर्दी हुई है, वो आने वाले कल की भयावह तस्वीर पेश कर रही हैं।
     ये तो हुई एक घटना, आपको बता दें कि आजकल आए दिन ऐसी घटनाये सामने आ रहीं हैं, जो की हमारे रोंगटे खड़े कर देगा। हम बात कर रहे हैं अर्बल के बहरोड़ के गौ तस्कर पहलु खां की। जिसकी मौत पिछले माह ही हुई थी जो की एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। ये घटना 1 अप्रैल की है, उस दिन पहलु खान जिस पिकअप पर सवार थे उसके चालक ने आरोप लगाये थे की वह घटना का मुख्य गवाह है।लेकिन बताया जा रहा है कि पुलिस ने अभी तक उससे पूछताछ नहीं की हैं।
गौरतलब है कि 1 अप्रैल को बहरोड़ में कथित  गौ तस्कर पहलु खान ने बहरोड़ के एक निज़ी अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इसके बाद यह घटना देश-विदेश के मीडिया की सुर्खियां बनी।मामला अभी खत्म नहीं हुआ है इनकी गुंडा गर्दी अभी भी कायम है। कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों बुधवार को 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आखिर उसने 50 साल के बुज़ुर्ग  आल्खाक को मार दिया था वह भी इसलिए क्योंकि उसे पता चला कि वो गौ मांस खाता था और उसके साथ ही अपने घर पर भी रखे हुए था जो की उत्तर प्रदेश के दादरी में है।
इस घटना को मद्धेनजर रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार  ने 10 लाख का मुआवजा  देने की घोषणा भी की है।


   आखिर इसकी लगाम किसके हाथ में है, और ऐसा कब तक चलेगा ? क्या मुआवजा ही हर प्रश्न का उत्तर है, या इसके लिए कोई सही विकल्प सामने आना चाहिये!
कहाँ है सरकार? सरकार क्या लोगों से अब खाने का भी हक़ छीन लेगा, हम इंसानों को अब जीने भी नहीं देगा क्या? खाना तो अपने पसंद की बात होती हैं क्या वो भी सरकार से पूछ के ही किया जाए? अब तो हद ही हो गई, इंसानियत तो दूर दूर तक नज़र नहीं आ रही, लोगों को गौ मांस खाने की ऐसी सज़ा मिलेगी कभी सोचा भी नहीं था।

जागो सरकार जागो!

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