हमने आखिर बदल ही दिया राजनीति |

( हस्तीनपुर के बोल )  
                                   

एक देश को चलाने में विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों की ही बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। कहने को तो ये कहते हैं कि इनके दामन साफ है और विशवास दिलाते हैं कि हमारी रक्षा करेंगे। पर सरकार में आते ही इस विशवास की धज्जियाँ उड़ जाती हैं। चाहे वो बीजेपी पार्टी हो ,कांग्रेस हो फिर आम आदमी पार्टी या कोई अन्य पार्टी, सबके दामन दागों से भरे हैं सब एक ही थाली के चट्टे -बट्टे हैं।

हमारी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारे देश के नेताओं पर ही तो होती है ।चाहे वो विपक्ष हो या फिर सत्ता पक्ष दल।पर अगर रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आखिर जनता किस पे विशवास करेगी। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता संजय सिंह को दिल्ली पुलिस ने अपनी ही पार्टी के महिला कार्यकर्ता से कथित छेड़छाड़ के आरोप में एफआईआर दर्ज किये हैं। बीते साल नवंबर महीने में भी आम आदमी पार्टी के दो नेताओं पर रेप के आरोप लग चुके हैं। इसी तरह आम आदमी पार्टी के नेताओं पर रेप के कितने ही केस अब भी चल रहें हैं। वहीं अगर कांग्रेस पार्टी की ओर रुख करें तो  राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर पर 27 साल की महिला ने रेप और धमकी देने का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता रह चुके संदीप कुमार जो के सेक्स सीडी कांड में फस चुके हैं, आजकल बीजेपी के वोट मांगते फिर रहे हैं। ये कैसा राजनीति है और कैसे रक्षक हैं हमारें ! वैसे ये सारे जुर्म अब तक सिद्ध नहीं हुए हैं। कोर्ट में अब तक ये सारे केस चल रहे हैं।फैसला कब आएगा ये तो शायद भगवान ही बता सकता है। क्योंकि ये भारतीय न्यायिक व्यवस्था है, और ये भगवान के भरोसे ही चलता है।



जिसे घर की रक्षा की जिम्मेदारी दी है अगर वहीं भक्षक बन जाएगा तो फिर घर वाले किस पर भरोसा करें और किस -किस से बचे।भोली जनता तो नेताओं के मीठी बातों में आ जाते  हैं और अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी उनके हाथों में सौंप देते हैं पर उसके आगे फिर क्या होता है इसका परिणाम आपके सामने है।आपकी सुरक्षा आपका फैसला।

सोच के लिजिए अपना फैसला
यहाँ नहीं है कोई भी अपना
अविशवास से भरि ये दुनिया
रक्षक बनतें यहाँ हैं भक्षक
                                     

रश्मि रानी

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