डीयू चला कपड़ा पहनाने
(दूर दराज़)
कामन रूम से तात्पर्य उस कक्ष से है जहां बैठकर छात्र खाली समय में छात्राओं से प्रेम भाव बढ़ाते हैं। भाव का तो पता नहीं पर प्रेम बढ़ाना तो कालेज लाइफ में शामिल हो गया है। शारीरिक और मानसिक विश्राम करते समय स्वस्थ शांतिमय वातावरण होना आवश्यक है। डीयू के कामन रूम में ड्रेस कोड की बात चली है। फिलहाल सिर्फ कामन रूम में AC लगी हैं तो टांग फैलानन्द और चाँप निद्रा छात्रों की भरमार देखी जा सकती है। अनुशासन और सुविधा दुरुपयोग दोनों अपनी अपनी भूमिका निभा रहीं हैं। कामन रूम में छत्रों का स्व-अनुशासन रहता है। तो ड्रेस भी अपने मन का होना चाहिए। एक नई विचार की छात्रा का कहना है कि हम भी वहाँ वही करते हैं जो छात्र। वो कहती हैं आवश्यक कार्य करने तथा फिर से कार्य करने के बीच के विश्राम का समय है ताकि दुबारा ऊर्जा प्राप्त कर सके। इतनी तो विवेकशील प्राणी होने के नाते हमारा भी कर्तव्य है कि अपने वस्त्रो से कम से कम अशोभनीय संस्कार प्रदर्शित न करें। DU प्रशाशन तो खुद समझे अब बात करतें हैं सच की । सच में तो कामन रूम लाइन मारने की जगह है और लोग ऐसा करतें भी हैं। लड़कों को तो छोड़िए हमने तो लड़कियों का भी मन टटोला और पाया तिरछी नजर परोसे जोए सच क़हत है नयन सुख खोए।
-राजन(डीयू छात्र)
(हमारा इरादा बस किसी को ठेस पहुँचाने की नहीं है। अगर आप को ठेस पहुँच जाती है तो उसकी जिम्मदारी हमारी नहीं*।)
*तुम्हारी ठेस तुम जानो। बाकि किसी भी प्रकार की सुनवाई सिर्फ़ अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में होगी। वहाँ हमारे जाने की औकात नहीं। आपकी है तो जाएं।
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