रघुबर दास ने ऐसा किया कि बवाल मच गया -

( बकैती )


 

गुरु पूर्णिमा, जो कि हिन्दू, जैन और बौद्ध धर्म के लोगों द्वारा, हिन्दू महीने, आषाढ़ के पूर्ण चन्द्रमा वाले दिन मनाया जाने वाला एक बहुत ही पवित्र पर्व है। यह दिन जून और जुलाई महीनों के बीच में आता है और लोग इसे अपने गुरुओं के सम्मान में, अपना आभार प्रकट करने के लिए मनाते हैं।
लेकिन हाल ही में, इसी गुरु पूर्णिमा के दिन का एक विडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो चूका है। यह विडियो है, जमशेदपुर के ब्रह्मा लोकधाम में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित एक गुरु महोत्सव कार्यक्रम की, जहां झारखंड के 62 वर्षीय सीएम रघुबर दास मुख्य अतिथि के रूप में आए थें। लेकिन जिस तरह से उनका स्वागत किया गया, उससे इन दिनों विपक्षी दलों को रघुबर दास पर आरोप लगाने का एक मौका मिल गया है। दरअसल, वायरल हुए विडियो में यह साफ़ दिख रहा है कि किस तरह सीएम के आने के बाद दो महिलाएं जमीन पर बैठकर एक थाली में खड़े रघुबर दास के पैरों को गुलाब की पंखुड़ियों और पानी से धो रही हैं। 

ऐसा अनोखा स्वागत शायद ही अब कोई अपने अतिथि  का करता होगा। और ऐसा करवाते हुए सीएम साहब की चाहे जो भी प्रतिक्रिया रही हो, लेकिन विपक्षी दल के उनसे काफी नाराज़ हो चुके हैं।
जहां बेंगलुरु आधारित कार्यकर्ता वृंदा अडिगे ने इस घटना के बाद कहा कि इसे बिलकुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता और बाद किसी को भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है। तो वहीं कांग्रेस नेता, रंजित रंजन ने इस विडियो पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब भी बात पैर धोने की आती है, तो क्यूँ केवल महिलाओं से ही ऐसा करवाया जाता है!!
विपक्षी दलों का ऐसा बोलना और इस पर सवाल उठाना बिल्कुल जायज है, क्यूंकि किसी का स्वागत और सम्मान करने का मतलब यह नहीं कि महिलाओं से उनके पैर धुलवाए जाए। ऐसा करने से या करवाने से आप किसी की नज़रों में ऊँचे नहीं  बन जाएंगे बल्कि अभी के युग में ऐसा होने पर लोगों की ऐसी ही प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ेगा।।

--प्रियंका सिंह

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