"मन की बात" से रेडियो ने कमाए पूरे दस करोड़ रुपए!
(मुद्दा )
रेडियो भारत के सबसे ज्यादा लोगों तक पहुंचने का
सबसे आसान माध्यम है।पर भारत में टेलीविजन का ,सोशल मीडिया का दौर शुरू होने के बाद रेडियो की
दुनिया थोड़ी सिकुड़ने लगी थी।
पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 3
अक्टूबर 2014 को शुरू किए गए "मन की बात" कार्यक्रम के प्रसारण के बाद
रेडियो की दुनिया के दिन बदल गए। "मन की बात" कार्यक्रम के माध्यम से
नरेंद्र मोदी देश के लोगों से बात करते हैं और उनके विचार जानते हैं। और यही
कार्यक्रम आकाशवाणी के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ। आकाशवाणी ने पिछले दो साल में
दस करोड़ रुपए की कमाई की है।
इस बात की जानकारी सूचना और प्रसारण राज्यमंत्री
कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने लोकसभा में लिखित रूप में दी।उन्होंने सदन को
बताया कि साल 2016– 2017 में इस कार्यक्रम के
माध्यम से रेडियो को 5.19 करोड़ और उससे पहले साल में 4.78 करोड़ का राजस्व हासिल
किया।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रत्येक महीने के
आखिरी रविवार को प्रसारित होने वाले कार्यक्रम "मन की बात" का प्रसारण
देश भर में 18 क्षेत्रीय भाषाओं में किया जाता है। और अब इसे अंग्रेज़ी व संस्कृत
में प्रसारित किया जा रहा है।इंटरनेट और शॉर्ट वेब के माध्यम से कार्यक्रम विदेशों
में भी प्रचलित हो रहा है।
साथ ही यह भी घोषणा की गई है कि आकाशवाणी के लिए
समाचार एजेंसी पीटीआई और
यूएनआई की सेवाएं बन्द करने की कोई योजना नहीं
है।ये एजेंसियां समाचार सेवा प्रभाग के तौर पर आकाशवाणी के लिए काम करती हैं।
कुल मिला कर बात यह की मन की बात रेडियो जगत के
लिए एक रेवोल्यूशन लेकर आई है।जिससे आकाशवाणी को जबरदस्त फायदा हुआ है।
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