सेना के पास सिर्फ 10 दिनों का गोला बारूद
( मुद्दा )
सेना के पास सिर्फ 10 दिनों का गोला बारूद
वैसे तो सरकार आए दिन आलोचना की शिकार होती रहती है लेकिन इस बार मुद्दा कुछ ज्यादा ही बङा है।
चीन और पाकिस्तान से जारी तनाव के बीच कैग ने शुक्रवार को संसद में एक रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में कैग के अनुसार भारतीय सेना के पास सिर्फ 10 दिनों के गोलाबारूद ही शेष हैं।
" हमने गोला बारूद की उपलब्धता (सितम्बर 2016) में कोई महत्वपूर्ण सुधार नहीं देखा.......55 प्रतिशत प्रकार के गोला बारूद की उपलब्धता एमआरएल से कम थे, यानी न्यूनतम आवश्यकता से भी कम।
और 40% प्रकार के गोला बारुद का 10 दिन से भी कम का स्टॉक है। "- कैग की रिपोर्ट।
एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि हथियारों की कमी से सेना में सैनिकों की ट्रेनिंग में समस्या आ सकती है।
' युद्ध की स्थिति में सिर्फ 10 दिनों का गोला बारूद मौजूद है जबकि नियम के मुताबिक ऐसी स्थिति में 40 दिनों तक लड़ने लायक साजो-सामान होना चाहिए।'- ऐसा कैग ने अपनी रिपोर्ट में शुक्रवार को संसद में कहा।
भारतीय जनता पार्टी के मुख्य नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने चिंता जताते हुए कहा कि ऐसे समय में (डोकलाम विवाद) रिपोर्ट का सार्वजनिक होना लोगों को हतोत्साहित कर सकता है।
वैसे तो सरकार आए दिन आलोचना की शिकार होती रहती है लेकिन इस बार मुद्दा कुछ ज्यादा ही बङा है।
चीन और पाकिस्तान से जारी तनाव के बीच कैग ने शुक्रवार को संसद में एक रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में कैग के अनुसार भारतीय सेना के पास सिर्फ 10 दिनों के गोलाबारूद ही शेष हैं।
" हमने गोला बारूद की उपलब्धता (सितम्बर 2016) में कोई महत्वपूर्ण सुधार नहीं देखा.......55 प्रतिशत प्रकार के गोला बारूद की उपलब्धता एमआरएल से कम थे, यानी न्यूनतम आवश्यकता से भी कम।
और 40% प्रकार के गोला बारुद का 10 दिन से भी कम का स्टॉक है। "- कैग की रिपोर्ट।
एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि हथियारों की कमी से सेना में सैनिकों की ट्रेनिंग में समस्या आ सकती है।
' युद्ध की स्थिति में सिर्फ 10 दिनों का गोला बारूद मौजूद है जबकि नियम के मुताबिक ऐसी स्थिति में 40 दिनों तक लड़ने लायक साजो-सामान होना चाहिए।'- ऐसा कैग ने अपनी रिपोर्ट में शुक्रवार को संसद में कहा।
भारतीय जनता पार्टी के मुख्य नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने चिंता जताते हुए कहा कि ऐसे समय में (डोकलाम विवाद) रिपोर्ट का सार्वजनिक होना लोगों को हतोत्साहित कर सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत संवेदनशील मुद्दा है और इस बारे में बहुत सावधानी से बात होनी चाहिए और जरूरी कारवाई की जानी चाहिए।
इस रिपोर्ट पर विपक्ष ने भी सरकार को आड़े हाथ लिया है।" अगर देश पूरी तरह तैयार नहीं है और गोला बारूद जैसी जरूरतें भी 3 साल में पूरी नहीं हुई हैं तो यह सरकार निश्चित रूप से कटघरे में है। प्रधानमंत्री एवं उनकी सरकार को जवाब देना ही होगा। जबसे उन्होंने कार्यभार संभाला है रक्षा को हल्के में ले लिया हैं।" यह शब्द कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा जी के हैं.
इस रिपोर्ट पर विपक्ष ने भी सरकार को आड़े हाथ लिया है।" अगर देश पूरी तरह तैयार नहीं है और गोला बारूद जैसी जरूरतें भी 3 साल में पूरी नहीं हुई हैं तो यह सरकार निश्चित रूप से कटघरे में है। प्रधानमंत्री एवं उनकी सरकार को जवाब देना ही होगा। जबसे उन्होंने कार्यभार संभाला है रक्षा को हल्के में ले लिया हैं।" यह शब्द कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा जी के हैं.
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