स्तन से खून चूसते नेता जी.....

                 (विचार अड्डा -यूँ ही)


किसी शायर ने कहा है कि "कुछ करना है तो नेता बनो। आगे बढ़ना है तो नेता बनो। जनता के रहनुमा बनकर लूटना है तो नेता बनो।" नेता जिसमें नेतृत्व की क्षमता हो( हम देश के बड़े अपवादों को छोड़ कर बात कर रहें हैं) , हर तबके को साथ ले कर चले (यह बात लिखने के लिए लिखी गई है। इसका वास्तविकता से दूर दूर का लेना देना नहीं है।)।लोकतान्त्रिक प्रणाली में पूरी जनता(39%) मताधिकार का प्रयोग करके अपनी जनप्रतिनिधि (यह एक झूठ है)  को चुनती है। इसके पीछे बहुत ही बेकार और बक़वास सा कारण है कि यही प्रतिनिधि लोग किसी सभा में जाकर हमारी या किसी की भी जिसका अस्तित्व नहीं है , बात करगें । सभा का अभिप्राय यहाँ राज्य सभा स्थगित , लोक सभा स्थगित या विधानसभा निलंबित से है।वैसे जब इन्हें स्तन से खून पिला कर बड़ा किया है तो अपना मान लेते है। वैसे हम पूरी शिद्दत ( वही वाला जिसे शाहरुख़ ख़ान ने क़ायनात माँगी थी) से यह बता रहें कि स्तन और थन में अंतर है । थन जो है गाय के पास होती है जो कि दूध देती है। हमारा गाय के खिलाफ टिप्पणी की कोई औकात नहीं , हम बस मनुष्य मार सकते है। 
         हाँ, जब उन्हें अपना मान लिया है तो उनकी निंदा न करनी की मम्मी क़सम ले रखी है।
वैसे तो हम बात कर रहे है भारत को मालगाड़ी भरकर नेता पैदा करने वाली बिहार की। आज कल माल ख़राब आने लगा है ज़्यादा दोहन कर लिया गया। इसी बंजर भूमि के नेता जी मिट्टी बेच ली। अरे! हम गलत बोल गए , मम्मी क़सम दान किया है। नेता जी ने 90 लाख में मिट्टी को चिड़िया घर को दान किया। अब आप टेंडर को लेकर चिल्ला रहा है। अब आप बताए ,हमारे धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि दान ऐसा करो कि बाए से करो तो दाये को पता न चले। यह बात भी खरा चोखा है कि ' घर मेरा , मिट्टी मेरी, विभाग मेरा तुमको काहें चुल्ल मची है।अब जनता ने कुछ तो सोच(ज़्यादा सोचने का सवाल पैदा नहीं होता है) कर वोट किया होगा। आप उनके ही पीछे पड़े है, उनके पड़ोसी तो हॉस्टल और पैसों पर चल रहें हैं।
अब आप सोच रहें होंगे। ज़्यादा मत सोचा कीजिए , नहीं तो वह आप बाद में मंद बुद्धि हो जाय तो उसकी गांरटी हमारी नहीं है। हम जानते है कि हमारा पाठक ज़्यादा नहीं सोचता है। वैसे इस काम पीछे एक नेक उद्देश्य है कि तालाब बनाया जाय। उसमें मछली का चारा पैदा किया जाएगा। लार मत टपकाये,यहाँ कद्दू सब में नहीं बटता है। नेता जी खान दान बड़ा है। अब लार को पेट में लीजिये और स्तन से खून निकालिये।

रजत अभिनय और धीरज बाबा ( एक की औकात नहीं , एक को दिमाग नहीं । )

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