7 लोग मरे तब हुआ 7 फिसद मतदान

                   (हस्तिनापुर के बोल)





काश्मीर के लोकसभा चुनाव के इतिहास में यह सबसे कम मतदान इस बात का संकेत है कि हालत कीतने बदतर है श्रीनगर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में हिंसा की वजह से सिर्फ 7.14 फीसदी लोग ही अपने मताधिकार का इस्‍तेमाल कर सके. वैसे कइ लागो का कहना है की लोग तो निर्विरोध भी चुने जाते है तो इ कम वम की क्या चिंता रेल मे बक्सर जा से रहे एक यात्री ने तो यहा तक कह दिया की डीम्पल जब वीना वोट के चुनी जा सकती है तो ये तो फिर भी चुनाव है
 के जे राव बताते हैं कि वोटिंग की संख्या से फर्क नहीं पड़ता. चुनाव इससे प्रभावित नहीं होता.ये पुर्व मे चुनाव आयुक्त रह चुके है
200 से अधिक हिंसा की घटनाओं की बात मानी गई है ये वाते खुद कम वोटिंग पर क्या है आयोग का नियम, श्रीनगर उप-चुनाव रहेगा मान्य या होगा रद्द?
कम वोटिंग पर क्या है आयोग का नियम, श्रीनगर उप-चुनाव रहेगा मान्य या होगा रद्द?


कम वोटिंग पर क्या है चुनाव आयेाग का नियम इस पर  संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्‍यप का कहना है कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि वोटिंग कम हुई तो चुनाव रद्द कर दिया जाए.
 
श्रीनगर संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में हिंसा की वजह से सिर्फ 7.14 फीसदी लोग ही अपने मताधिकार का इस्‍तेमाल कर सके. कश्‍मीर के लोकसभा चुनाव के इतिहास में यह सबसे कम मतदान है.
ऐसे में जनता के मन में एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्‍या इतनी वोटिंग पर ही जन प्रतिनिधि चुन लिया जाएगा.
पूर्व मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त केजे राव बताते हैं कि वोटिंग की संख्या से फर्क नहीं पड़ता. चुनाव इससे प्रभावित नहीं होता.
श्रीनगर उपचुनाव: सिर्फ 7.14% हुई वोटिंग, हिंसक घटनाओं में 7 मरे
जो वोटिंग होती है उसी में से चुनाव हो जाता है. अगर हालात बहुत खराब हों तो चुनाव आयोग इस पर विचार कर सकता है, लेकिन वोटिंग प्रतिशत का कोई न्‍यूनतम मानक नहीं है.
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्‍यप राव की बात को आगे बढ़ाते हैं. उनका कहना है कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि वोटिंग कम हुई तो चुनाव रद्द कर दिया जाए.
चुनाव के जानकारों का कहना है कि जब कई जगहों पर निर्विरोध जन प्रतिनिधि चुन लिए जाते हैं तो फिर 7 फीसदी वोटिंग पर कोई दिक्‍कत क्‍यों होगी

आपको बता दें कि श्रीनगर के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी शांतमनु ने कहा है कि 50 से 100 बूथों पर पुनर्मतदान हो सकता है. उन्‍होंने 200 से अधिक हिंसा की घटनाओं की बात मानी है.ज्यादातर हिंसा की घटनाएं बडगाम जिले में हुई. इस दौरान पथराव, पेट्रोल बम से हमले, वाहनों को आग लगाना, मतदान केंद्र में आग लगाने की कोशिश की घटनाएं हुईं. इस हिंसा में सात लोगों की जान गयी जबकि 17 नागरिक घायल हुए. बता दें कि इन झड़पों में 100 से ज्यादा अर्धसैनिक बलों के जवान और पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.

कम वोटिंग पर क्या है चुनाव आयेाग का नियम इस पर  संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्‍यप का कहना है कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि वोटिंग कम हुई तो चुनाव रद्द कर दिया जाए.
   यहां के उपचुनाव में कुल 12.60 लाख मतदाता हैं, लेकिन वोट 90 हजार लोगों ने ही डाला.
कि साल 1989 के चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस के मोहम्मद शफी भट्ट ने निर्विरोध इस सीट पर जीत हासिल की थी. गौरतलब है कि इससे पहले श्रीनगर सीट पर सबसे कम मतदान 11.93 प्रतिशत 1999 में हुआ था जब उमर अब्दुल्ला ने सीधे मुकाबले में महबूबा मुफ्ती को शिकस्त दी थ

                                       -रजत अभिनय और दिवाकर

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