चाचा खोले लुगा , बबुआ बोले बुआ .....

                {विचार अड्डा ( यूँ हीं ) }



सुबह मुँह उठाकर कर निकल दिए नुक्कड़ पर । सब खुश है और सब दुःखी।  चाय देते हुए रामशंकर बोले - " ल गुरु गईल बीजेपी 300 पारे" 
पूप्प- " का मर्दे तू गलत चैनल देखले रहल , कुल हादीहदा 147 तक जात बाटेन । पिछली बार बिहार में कुल घुस गइल रहल ,और त और  दिल्ली केहुओ के समझ में न ऑइल। अब कौनेक दावा सही बा काले पता चली । " 
तभी लुटाई गुरु हाथ से खैनी का सम्मानित तरीके से आगे  कर दिया।  और बोले -  " अरे गुर सुनल का ? अखिलेशवा बीबीसी से कहेस कि ' बुआ जरा इतर गिरा दो'।" 
  पप्पू - "का गुरु का कह रहल बाट । जब चचा बुआ का लुगा खिचले रहलेन तब बीजेपी वाले बचाये रहलेन। त का अब बुआ कुल बिसर जहियें का । " 
   लुटाई गुरु - " न बचाव ई राजनीति हउए , इहाँ सब कुछ चलेला।"
     इतने बकबकी सेठ लुंगी लपेटते हुए पहुँच गए - " तुम सब को कुछ न मालूम , कल रात तमरवा फोन किये रहो । बोला कि बसपा पे खूब दाव लगा रहे हो । ई सब टीवी वाले बिके है । अगर बसपा हार गई तो दासियों हजार लग जाई ।" 
   रामशंकर -   ई कुल छोड़ा ई बताव कि 2019 का होई । 
  पप्पू -"  या तो मोदी क लही या केजरी । अरे मर्दे राहुल के बस का न रहल अब । और पंजाब में अब त आप आ रहल बा ।  हम त मन बनउले बही , अबकी बार केजरी सरकार । " 
रामशंकर - " तुम लोग टीवी ना देखले रहल । उ रूस का पंडितवा ( द्रमिस) कहले बा कि मोदी त12 साल रहिये।"  
  बकबकी - ( हस कर)  "गुरु इ यूपी हुए । इहाँ सब पंडिताई हैरा जाला । जाऊन लुटाई गुरु कहे उ ह सही ।  एग्जिट पोल वाले के इनसे पत्रा बचाव लेवे चाही । 2014 में भी कुल सहिये बातेये रहेन । "
    तभी नेता जी का चमचा जी - "गुरु चाय द , बैनर पोस्टर क आर्डर हो गइल बा । अबकी न मिला त का भई । लोक सभा में नेता जी आ रहल बाटेन।"

       - दिवाकर  और रजत अभिनय 

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