हत्यारा मोबाइल गेम.............
( बकैती )
सोचिए जरा कैसा लगेगा सुनकर की मोबाइल के एक गेम ने बच्चे को सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया। जी हां..यह कोई मज़ाक नहीं बल्कि बिल्कुल सच है। हाल ही में एक इस मोबाइल गेम की वजह से मुंबई में के 9वी कक्षा के छात्र ने आत्महत्या कर ली।आईये,ज़रा जाने इस गेम के पीछे सच....
दरसल ,इस ख़तरनाक गेम का नाम है ब्लू व्हेल चैलेंज। जिसे एक सोशल मीडिया ग्रुप चला रहा है। इस खेल में खिलाड़ी को प्रतिदिन एक नया टास्क दिया जाता है।और हर टास्क को पूरा करने के बाद खिलाड़ी को अपने हाथ पर एक कट लगाना होता है।गेम के पचास लेवल हैं।शुरुआत थोड़े डेयरिंग काम से होती है और बढ़ते लेवल के साथ जानलेवा होती चली जाती है। शुरूआती लेवल में हाथ पर कट लागाना,4.30 में उठकर भूतिया वीडियो देखना ,ऊंची इमारत पर चढ़ना शामिल है। वहीं लेवल के आगे बढ़ने के साथ–साथ नस काटना,व पचासवें लेवल पर एक ब्लू व्हेल की आकृति उभरती है तथा इसके साथ ही ऊंची इमारत से कूदकर अपनी जान देने चैलेंज है।
ताजुब है कि रूस 130 से ज्यादा किशोर इस गेम को पूरा करने के जोश में अपनी जान गवां चुके हैं।वहीं, दुनिया भर में कुल 250 लोगों ने अपनी जान गवांई है।मृतकों में ज्यादतार किशोर हैं।
इस गेम के निर्माता फिलिप बुुडेकिन फिलहाल जेल में है।खुदखुशी के मामले सामने आने पर उन्हें जेल में डाल दिया गया था।
दुनिया भर में इस गेम पर चिंता जताई जा रही है। रूस ने इस साल एक बिल भी पास किया है ,जिसमें छह साल की सजा का प्रावधान है। ज्यादातर लोग इस गेम को खतरनाक बताकर,इसकी जड़ को समाप्त करने की अपील कर रहें हैं।
ऐसे वक्त में खासी जरूरत है कि अभिभावक अपने बच्चों पर कड़ी नजर रखें। मुमकिन है कि बच्चे इस गेम की चपेट में सकते है और यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
अंशु प्रिया
Comments
Post a Comment